नई दिल्ली: शिवसेना ने संसद के मॉनसून सत्र में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर ‘कभी हां, कभी ना’ जैसा रुख अपनाते हुए सत्र शुरू होने से महज कुछ समय पहले ही एक अनोखा फैसला लेकर सबको चौंका दिया. शिवसेना ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद यह साफ कर दिया कि वह अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग में हिस्सा नहीं लेगी. इसके साथ ही शिवसेना लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भी हिस्सा नहीं लेगी. यानी परोक्ष रूप से शिवसेना के इस फैसले से मोदी सरकार को फायदा हो गया है. बता दें कि शिवसेना ने मोदी सरकार को समर्थन को लेकर सुबह साढ़े दस बजे एक बैठक बुलाई थी, जिसमें उसने यह फैसला लिया है.
